संहनन Compaction in hindi
संहनन Compaction
किसी यांत्रिक विधि द्वारा मिट्टी के कणों को पास पास लाकर उसके आयतन मे कमी करना संहनन कहलाता है।इसके द्वारा मृदा का शुष्क घनत्व बढ़ाया जाता है।
संहनन की आवश्यक
1- मिट्टी के भराव करने के बाद वहां संहनन Compaction की क्रिया की जाती है।जिससे मिट्टी अच्छी तरह बैठ जाती है।और संरचना के विफल होने के संभावना कम हो जाती है।
2- संहनन की क्रिया से मिट्टी के गुणों मे वृद्धि होती है। अर्थात मिट्टी की शक्ति , घनत्व, परगम्यता आदि गुण बढ़ जाते है।
3- संहनन करने से मिट्टी मे भूस्खलन की समस्या कम हो जाती है।
4-संहनन मृदा की धारण क्षमता को बढ़ाता है।
प्रयोगशाला में संहनन परिक्षण
प्रयोगशाला में संहनन परिक्षण दो विधियों द्वारा होता है।
1- मानक प्रॉक्टर परिक्षण
2- परिवर्तित प्रॉक्टर परिक्षण
1- मानक प्रॉक्टर परिक्षण
उपकरण
(i)- बेलनाकार मोल्ड ( आंतरिक व्यास 100 mm ऊंचाई 127.3mm
(ii )रैमर ( द्रव्यमान 2.6 kg इसमें शामिल हैंैै
(iii)4 न . चलनी।
(iv)मिक्सर
(v)नियंत्रित ओवन।
(vi) स्टील स्ट्रेट एज
विधि
प्रॉक्टर संघनन परीक्षण की प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण होते हैं:
(1) लगभग 3 किलो मिट्टी प्राप्त करें।
(2) मिट्टी को नंबर 4 छलनी के माध्यम से पास करें।
(3) मिट्टी के द्रव्यमान और मोल्ड को कॉलर के बिना वजन करें।
(4) मिट्टी को मिक्सर में रखें और वांछित नमी सामग्री (w)
तक पहुंचने के लिए धीरे-धीरे पानी जोड़ें।
(5) मिट्टी को मिक्सर से निकालें और उपयोग की गई विधि (मानक प्रॉक्टर या संशोधित ट्रैक्टर) के आधार पर इसे 3 परतों या 5 परतों में मोल्ड में रखें। प्रत्येक परत के लिए, 25 प्रक्रम प्रति परत के साथ संघनन प्रक्रिया आरंभ करें। बूँदें मैन्युअल रूप से या यंत्रवत् स्थिर दर पर लागू होती हैं।
(6) कॉलर को ध्यान से हटाएं और एक तेज सीधी धार के साथ मिट्टी के ऊपर फैली मिट्टी को ट्रिम करें।
(7)मोल्ड और युक्त मिट्टी का वजन करें।
(8)एक धात्विक extruder का उपयोग करके मिट्टी को मिट्टी से बाहर निकालना, यह सुनिश्चित करना कि बाहर निकालना और ढालना लाइन में हैं।
(9)नमूने के ऊपर, मध्य और नीचे से पानी की मात्रा को मापें।
(10)मिट्टी को फिर से मिक्सर में रखें और पानी की उच्च सामग्री प्राप्त करने के लिए पानी डालें,
संशोधित प्रॉक्टर टेस्ट
उपकरण
ये टेस्ट AASHO द्वारा विकसित किया गया था। इसमें बेलनाकार मोल्ड 1000 cubic cm होता है।इसके अंदर दुरमुट का वजन 4.9 kg होता है।इसमें 450 mm की ऊंचाई से आघात किया जाता है।
इसमें मिट्टी को 5 परत मे भरा जाता है।प्रतिएक परत की 25 बार आघात किया जाता है।
मृदा का शुष्क घनत्व किसी विशिष्ट जालांश पर निम्न सूत्र से निकालते है।
γm = (W2-W1)/Vm
Where,
W1 = Weight in g of mould + base plate
W2 = Weight in g of mould + base plate + soil
Vm = Volume of mould i.e. 1000 cm3.
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